प्रतिष्ठान के प्राधिकरण/Authorities of the Pratisthan

महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान स्थापना - नियमावली तथा नियमों और विनिमयों के अनुसार प्रतिष्ठान के कार्यकलापों के संचालन के लिये, विभिन्न शक्तियाँ और कृत्य इसकी महासभा तथा शासीपरिषद् में निहित हैं जो प्रतिष्ठान के प्राधिकरण हैं, और जिनके अध्यक्ष भारत शासन के केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मन्त्री है। समय-समय पर प्रतिष्ठान की विस्तृत नीतियों और कार्यक्रमों की समीक्षा करने और इसमे संशोधन और विकास के लिये उपाय प्रस्तावित करने की सामान्य शक्ति इसकी महासभा में निहित है। शासी परिषद् प्रतिष्ठान का मुख्य कार्यकारी निकाय है। यह इसके कार्यकलापों के सामान्य अधीक्षण, निदेशन और नियंत्रण के लिए उत्तरदायी है।

In accordance with its MOA and Rules and Regulations, the various powers and functions for carrying out the affairs of the Prathishthan are vested in its General Body and Governing council, which are the authorities of the Pratishthan headed by the Union Minister for Human Resource Development. The General Body is vested with the general power of reviewing the broad policies and programmes of the Pratishthan from time to time, and suggesting measures for its improvement and development. The Governing Council is the principal executive body, responsible for the general supervision, direction and control of the affairs of the Pratishthan. Finance Committee, which is headed by the Vice-Chairman, for advising on all matters, relating to the management of the properties and investments, preparation of Annual Budget estimates and statements of Accounts and expenditure. These committees are constituted by the Government of India, Ministry of Human Resource Development for a term of five years.

            श्री धर्मेंद्र प्रधान
Shri Dharmendra Pradhan

माननीय शिक्षा मंत्री भारत सरकार
Hon'ble Education Minister Govt.of India

अध्यक्ष /Chairman

प्रो. हृदय रंजन शर्मा
Prof. Hriday Ranjan Sharma

उपाध्यक्ष/Vice Chairman

प्रो. विरूपाक्ष वि. जड्डीपाल्
Prof. Viroopaksha V. Jaddipal

सचिव/Secretary

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