द्वादश ज्योतिर्लिंगों में सोमयाग / Somayaga in Dwadash Jyotirlingas
महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेदविद्या प्रतिष्ठान, उज्जैन, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वेदों के संरक्षण, प्रचार-प्रसार तथा वेदों में निहित ज्ञान राशि का अनुप्रयोग एवं अनुसंधान के उद्देश्य से वेद ऋषियों द्वारा दृष्ट जलवायु परिवर्तन, वर्षा पैटर्न, वृष्टिविज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, मौसम विज्ञान, कृषि विज्ञान के प्रायोगिक ज्ञान- अनुप्रयोग पक्षों के उन्नयन हेतु तथा जलाशयों में पानी के स्तर को बढ़ाने एवं मानसून की अनिश्चितताओं को ध्यान में रखते हुए शासी परिषद् के निर्णयानुसार देश के द्वादश (12) ज्योतिर्लिंगों – रामेश्वरम्, भीमाशंकर, त्रयंबकेश्वर, घृष्णेश्वर, मल्लिकार्जुन, ओंकारेश्वर, सोमनाथ, महाकालेश्वर, नागेश्वर, वैद्यनाथ, विश्वेश्वर तथा केदारनाथ में प्रयोग रूप में 12 सोमयाग आयोजित किए जा रहे हैं। ये आयोजन सभी ज्योतिर्लिंगों पर जून माह तक पूर्ण कर लिए जायेंगे।
1). 12 जोतिर्लिंगों पर 12 सोमयागों की शृंखला में से पहला अनुष्ठान 27 फरवरी 2025 से 4 मार्च 2025 की अवधि में तमिलनाडु के रामेश्वरम में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।
In the series of 12 Somayagas at 12 Jyotirlingas, the First Anushthan was successfully conducted in Rameshwaram, Tamil Nadu, from 27.02.2025 to 04.03.2025.






2). 12 जोतिर्लिंगों पर 12 सोमयागों की शृंखला में से चौथा अनुष्ठान 25 मार्च 2025 से 30 मार्च 2025 की अवधि में आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।
In the series of 12 Somayagas at 12 Jyotirlingas, the Fourth Anushthan was successfully conducted in Srisailam, Andhra Pradesh, from 25.03.2025 to 30.03.2025.
















2). 12 जोतिर्लिंगों पर 12 सोमयागों की शृंखला में से पांचवां अनुष्ठान 25 मार्च 2025 से 30 मार्च 2025 की अवधि में मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।
In the series of 12 Somayagas at 12 Jyotirlingas, the Fifth Anushthan was successfully conducted in Omkareshwar, Madhya Pradesh, from 25.03.2025 to 30.03.2025.








